अफवाहें थमने का नाम नहीं ले रही; जिसके परिणामस्वरूप झारखंड में पिता को ही बच्चा चोर समझ भीड़ ने पीटा
भीड़ हिंसा का शिकार बना व्यक्ति बिंदापाथर थाना क्षेत्र के गेड़िया गांव का रहने वाला पिंटूलाल बर्मन है। वह जामताड़ा के एक होटल में काम करता है। उसकी पत्नी की तबीयत खराब चल रही है। इस कारण अपने बेटे-बेटी को धनबाद में भैया-भाभी के घर छोड़ने जा रहा था। गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे गेड़िया से बस से जामताड़ा पहुंचा। बस स्टैंड से ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन की ओर जा रहा था, तभी भीड़ हिंसा का शिकार बन गया।
क्यों फैली अफवाह:-
बताया जाता है कि उसका बेटा छोटू चिप्स खरीदने की जिद करने लगा। पिता ने इनकार कर दिया। इस कारण वह रोने लगा और अपनी मां के पास जाने की जिद करते हुए पिता से हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगा। यह वहां मौजूद लोगों ने देखा तो बच्चा चोरी के संदेह में उसे रोक लिया। देखते ही देखते बच्चा चोरी का हल्ला हो गया। वहां भीड़ जमा हो गई और बिना कुछ सोचे-समझे ही पिंटू की पिटाई शुरू कर दी।
पुलिस ने पिंटू को भीड़ से बचाया
सूचना पर पहुंची पुलिस ने बामुश्किल पिंटू बर्मन और उसके बेटा-बेटी को भीड़ के बीच से निकाला। थाने ले जाकर पूछताछ हुई तो पता चला कि दोनों बच्चे उसके ही हैं। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने कहा कि बच्चा चोर की अफवाह में पीटे गए पिंटूलाल बर्मन को पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद छोड़ दिया। उसे इतनी चोट नहीं थी कि अस्पताल भेजा जाता।