अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी से हुआ एमएमएमयूटी गोरखपुर का करार
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने शिक्षण, प्रशिक्षण और शोध आदि में अकादमिक सहयोग बढ़ाने के लिए अमेरिका की सेंट्रल मिशिगन यूनिवर्सिटी से समझौता किया है। बुधवार को दोनों संस्थानों ने इस आशय के एक मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। अमेरिका में मिशिगन राज्य के माउंट प्लेजेंट शहर स्थित सेंट्रल मिशिगन यूनिवर्सिटी परास्नातक अध्ययन एवं शोध केन्द्रित सरकारी विश्वविद्यालय है। इस समझौते का उद्देश्य सेंट्रल मिशिगन यूनिवर्सिटी और एमएमएमयूटी के बीच शिक्षण, प्रशिक्षण और शोध के माध्यम से अकादमिक और सांस्कृतिक आदान प्रदान को बढ़ावा देना है।
इस समझौते पर एमएमएमयूटी की तरफ से कुलपति प्रो. श्रीनिवास सिंह ने और मिशिगन सेंट्रल यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष प्रो. रोबर्ट ओ डेवीस और कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं प्रोवोस्ट प्रो. माइकल ए गाल्ट ने हस्ताक्षर किये। इस समझौते के अंतर्गत दोनों संस्थानों के विशेषज्ञ आपसी रूचि के क्षेत्रों में मिलकर अनुसंधान कर सकेंगे। समझौते के बाद दोनों संस्थान विभिन्न माध्यमों से ज्ञान का आदान प्रदान करेंगे, व्यावसायिक कौशल विकास के लिए शिक्षकों और छात्रों का आदान प्रदान करेंगे, संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम चला सकेंगे, शोध और प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने में एक दूसरे की मदद करेंगे एवं संयुक्त रूप से अन्य अकादमिक गतिविधियां सम्मेलन, संगोष्ठी व तकनीकी कार्यशालाएं आदि भी आयोजित करेंगे।
इस एमओयू में यह भी प्रावधान है कि संयुक्त गतिविधियों के संचालन के लिए दोनों संस्थान मिलकर वित्तपोषण (बजट) का प्रबंध करेंगे जिससे दोनों संस्थानों की शिक्षण एवं शोध गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सके। यह समझौता आरंभ में तीन वर्षों के लिए किया गया है जिसे भविष्य में दोनों पक्षों की सहमति से बढ़ाया जा सकेगा। प्रत्येक वर्ष की समाप्ति पर दोनों विश्वविद्यालय वर्ष भर की गतिविधियों की समीक्षा करेंगे और आगामी वर्ष की गतिविधियों की रूपरेखा तैयार करेंगे।
फरवरी में तैयार हुई थी एमओयू की भूमिका
एमएमएमयूटी के यूआरओ डज्ञॅ. अभिजीत मिश्र ने बताया कि इसी वर्ष 27 फरवरी को सेंट्रल मिशिगन यूनिवर्सिटी में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर के. येलापर्ति एमएमएमयूटी के दौरे पर आये थे। इसी दौरान इस समझौते की भूमिका तैयार हुई थी। एमएमएमयूटी का किसी अमेरिकी विश्वविद्यालय के साथ यह तीसरा समझौता है। इसी वर्ष जनवरी में एमएमएमयूटी ने दो अन्य अमरीकी विश्वविद्यालयों यूनिवर्सिटी ऑफ़ विस्कॉन्सिन, ग्रीन बे और नार्थ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी, फ़ार्गो से इसी तरह के समझौते किये हैं। पिछले एक माह के भीतर एमएमएमयूटी का किसी प्रतिष्ठित संस्थान के साथ अकादमिक सहयोग बढ़ाने के लिए किया गया यह चौथा समझौता है। पिछले एक महीने में एमएमएमयूटी ने आईआईटी रूड़की, आईआईटी कानपुर और मेलबर्न विश्वविद्यालय से करार किया है।
कई ख्यातिलब्ध विवि से हो चुका है एमएमएमयूटी का करार
एमएमएमयूटी के छात्रों, शोधकर्ताओं एवं शिक्षकों को और बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए एमएमएमयूटी ने हाल के वर्षों में कई राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों व विश्वविद्यालयों से समझौते किये हैं। इनमें राइक्यूस विश्वविद्यालय जापान, कार्लोस विश्वविद्यालय स्पेन, वॉरसॉ विश्वविद्यालय पोलैंड, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश सरकार, बायोएक्सिस डीएनए रिसर्च सेंटर हैदराबाद, एनआईटी सूरत, एमएनएनआईटी प्रयागराज, आईआईआईटी प्रयागराज, राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी शोध संस्थान नागपुर एवं टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज आदि प्रमुख हैं।