कांग्रेस ने राफेल की पूजा को बताया था तमाशा, अब पंडित नेहरू, का पुराना पूजा करने का वीडियो वायरल
दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच राफेल की ‘शस्त्र पूजा’ पर छिड़ी जुबानी जंग के बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना विडियो सामने आया है, जिसमें देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू एक जलयान के जलावतरण के मौके पर नारियल तोड़कर पूजा करते नजर आ रहे हैं।
हाइलाइट्स:
भारत के पहले राफेल फाइटर जेट की फ्रांस में ‘शस्त्र पूजा’ को कांग्रेस ने तमाशा करार दिया
इस बीच पंडित नेहरू का विडियो सामने आया, जिसमें वह जहाज की पूजा करते दिख रहे हैं
दावा किया गया, यह 14 मार्च 1948 को आजाद भारत के पहले पानी के जहाज के जलावतरण का विडियो
विडियो में मंत्रोच्चार के बीच जहाज की हो रही पूजा, दावा किया जा रहा है कि नेहरू ने नारियल भी तोड़ा था
नई दिल्ली: देश के पहले राफेल लड़ाकू विमान की फ्रांस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा शस्त्र पूजा किए जाने पर सियासी विवाद छिड़ा हुआ है। कांग्रेस ने राफेल पर ‘ऊं’ लिखे जाने, नारियल से पूजा करने और शस्त्र पूजा किए जाने को तमाशा बताया है, जिस पर बीजेपी ने उसे भारतीय रीति-रिवाजों व परंपराओं का विरोधी करार दिया है। दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच राफेल की शस्त्र पूजा पर छिड़ी जुबानी जंग के बीच सोशल मीडिया पर एक पुराना विडियो सामने आया है, जिसमें देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू एक जहाज के जलावतरण के मौके पर पूजा करते नजर आ रहे हैं। कॉमेंट्री में यह बताया जा रहा है कि पंडित नेहरू नारियल तोड़कर जहाज को पानी में उतारने की रस्म पूरी कर रहे हैं। विडियो में नेहरू पूजा-पाठ के बीच जहाज का कर रहे जलावतरण।
श्री @rajnathsingh जी ने कोई नया काम तो नहीं किया की दोनों और से शोर मच गया
आज़ाद व सेक्युलर भारत में नेहरू जी के समय ही से सरकारी योजनाओं व समारोह का आरंभ मंत्र अनुष्ठान दीपक नारियल एवं अन्य भारतीय व क्षेत्रीय परंपराओं के साथ होता आ रहा है
हाँ अब राजनीतिक फ़ायदों के लिए होता है https://t.co/7fUl3sklJ9— Syed Athar Dehlavi सैयद अतहर देहलवी سید اطہر دہلوی (@maulanadehlavi) October 9, 2019
विडियो को सैयद अतहर देहलवी ने 14 मार्च 2018 को ट्वीट किया था। उन्होंने दावा किया है कि यह विडियो 14 मार्च 1948 का है, जब आजाद भारत के पहले जहाज ‘जल ऊषा’ को वैदिक मंत्रोच्चार और विधिवत पूजा-अर्चना के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने हिंद महासागर में उतारा था। विडियो में कुछ पंडित मंत्र पढ़ते दिख रहे हैं और साथ में चल रही कॉमेंट्री में बताया जा रहा है कि पंडित नेहरू नारियल तोड़कर जहाज को समुद्र में उतारने की रस्म पूरी कर रहे हैं। राफेल की पूजा पर छिड़े विवाद के बीच सैयद अतहर देहलवी ने बुधवार को अपने पुराने ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि राजनाथ सिंह ने फ्रांस में जो कुछ किया उसमें कुछ नया नहीं है।
#गौरवशाली_70_वर्ष आज ही के दिन 14 मार्च 1948 आज़ाद 🇮🇳 का पहला जलयान #Ship_Jalusa पवित्र वैदिक मंत्रों व पूजा अर्चना सहित प्रधानमंत्री #पंडित_नेहरू द्वरा हिंद महासागर में उतारा गया था
भारत नव निर्माण के हर निर्माता को मेरा सलाम@PMOIndia @OfficeOfRG @_SoniaGandhi @INCIndia pic.twitter.com/S0TioSaeg9— Syed Athar Dehlavi सैयद अतहर देहलवी سید اطہر دہلوی (@maulanadehlavi) March 14, 2018
देहलवी ने लिखा कि आजाद और सेक्युलर भारत में पंडित नेहरू के समय से ही सरकारी योजनाओं और समारोहों की शुरुआत मंत्रोच्चार, दीपक, नारियल और अन्य भारतीय व क्षेत्रीय परंपराओं के साथ होती आ रही है।
मनमोहन सिंह की पत्नी ने भी अरिहंत के लॉन्चिंग पर तोड़ा था नारियल
इस बीच एक और तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की पत्नी गुरुशरण कौर हाथ में नारियल पकड़ी हुईं दिख रही हैं। उनके बगल में नेवी के कुछ अफसर खड़े हुए हैं। इस तस्वीर को कांग्रेस के ही सोशल मीडिया सेल के राष्ट्रीय संयोजक सरल पटेल ने ट्वीट किया है। दिलचस्प बात यह है पटेल ने इस तस्वीर को यह जताने के लिए शेयर किया है कि कांग्रेस भारतीय परंपराओं का सम्मान करती रही है। इस तस्वीर के बारे में पटेल ने दावा किया है कि यह 2009 की तस्वीर है जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी गुरुशरण सिंह नारियल तोड़कर आईएनएस अरिहंत को लॉन्च कर रही थीं।
‘शस्त्र पूजा’ पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग
आपको बता दें कि फ्रांस में रक्षा मंत्री द्वारा राफेल की ‘शस्त्र पूजा’ को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘तमाशा’ करार दिया है। उनसे पहले, एक और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने राफेल रिसीव किए जाते वक्त पूजा-पाठ किए जाने को ड्रामा करार दिया था। बीजेपी ने इस पर तीखा पलटवार करते हुए कहा है कि रक्षा सौदों के दलाल क्वात्रोची को पूजने वालों को शस्त्र पूजा से दिक्कत तो होगी ही। पार्टी ने कांग्रेस को भारतीय परंपराओं और वायुसेना के आधुनिकीकरण का विरोधी बताया है। खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस को तो दशहरे पर शस्त्र पूजा भी गलत लगती है।
Congress has problems with:
Air Force modernisation.
Indian customs and traditions.
For a Party used to worshiping Quattrocchi, 'Shastra Puja' is naturally a problem.
And, Kharge Ji, thank you for reminding us about the Bofors Scam. https://t.co/c2GummCK6x
— BJP (@BJP4India) October 9, 2019