जमाने ने उसे बार-बार ठुकराया लेकिन एक दिन ऐसा चमकी कि लोग देखते रह गए, और बन गई दुनिया की सबसे अमीर लेखिका
उसने जिंदगी की शुरुआत में जितने काम किए, सभी में वो फेल हुई. प्यार में धोखा खाया. लेकिन खुद भरोसा देती रही कि एक दिन सबकुछ बदलेगा.
ये एक बहुत मामूली लड़की की कहानी है, जिसे कोई नहीं जानता था. उसके साथ कुछ भी अच्छा नहीं था. जिंदगी रुठी हुई थी. बेशक वो नाकाम होती थी, बेशक वो अकेले में रोती थी लेकिन हर बार फिर कमर कस कर खड़ी हो जाती थी. फिर वो ऐसी कामयाब हुई कि इंग्लैंड की सबसे धनी लोगों में शुमार हो गई.
ये कहानी दुनिया को सबसे हिट हैरी पॉटर उपन्यास देने वाली जेके रोलिंग की है. जिनका 31 जुलाई को जन्मदिन है.
वो वाकई एक ऐसी ही साधारण युवती थी, जिन्हें रोजाना की जिंदगी में हर जगह लोग देखते हैं लेकिन कभी नोटिस नहीं करते. मामूली परिवार की, संकोची और शर्मीली सी लड़की. किसी तरह पढ़ाई की लेकिन घर का माहौल दमघोंटू था.
वो घर से निकल भागना चाहती थी. किसी तरह पैसा जोड़ा. अपना देश ब्रिटेन छोड़कर पराए वतन पुर्तगाल चली गई इस उम्मीद में कि जिंदगी बदलेगी. वहां जिंदगी में एक लड़का आया. दोनों ने शादी कर ली. लड़की को लगा यही वो लड़का है, जो उसकी रुखी जिंदगी में बहार लाएगा. वो उसके प्रेम में डूब गई. वह मुस्कुराना चाहती थी, हंसना चाहती थी, जिंदगी के कुछ खुशहाल पलों को जीना चाहती थी. लेकिन लड़का तो शादी के बाद बदल ही गया.
रूठी जिंदगी और वही उदासी:-
शराब, झगड़ा, बुरा बर्ताव. बेचारी लड़की, रुठी जिंदगी को कैसे मनाए..उसे नौकरी से निकाला जा चुका था. इसी बीच पता लगा कि वो गर्भवती हो चुकी है. घर की दुश्वारियां बदस्तूर जारी थीं. उसने किसी तरह एक बिटिया को जन्म दिया. पर पति का व्यवहार तो खराब ही होता जा रहा था. एक दिन आजिज आकर उसने सामान समेटा. बेटी के साथ स्काटलैंड आ गई बहन के पास.
हारती थी और खुद को समेटती थी:-
उसकी लड़ाई अब शुरू हुई. हालांकि ये दिन अवसाद के भी थे और खुद को समेट कर चुनौतियों से लड़ने के भी. उसने भी ठान लिया, हार तो नहीं मानेगी. दिन में वो छोटी-मोटी नौकरियां किया करती थी. रातों में जगकर हैरी पॉटर पर उपन्यास लिखती थी.
24 प्रकाशकों ने खारिज किया:-
उपन्यास पूरा हुआ तो वो बड़ी उम्मीद के साथ उसे प्रकाशकों के पास ले गई. लेकिन हर प्रकाशक ने उसके नॉवेल को खारिज ही नहीं बल्कि मजाक भी उड़ाया.
आप सोचिए जिसके काम को 24 प्रकाशक खारिज कर चुके हों, उसका क्या हाल होगा. वो वाकई घुटती थी. अकेले में सिसकती थी. सोचती थी कि ऐसा उसके साथ ही क्यों हो रहा है. हर जगह जिंदगी उसे नाकाम क्यों कर देती है. लेकिन उस लड़की एक खासियत थी वो रो तो लेती थी लेकिन हार नहीं मानती थी.
आखिरकार जिंदगी मुस्कुराई:-
वो लगी रही. आखिर एक प्रकाशक मिल ही गया. फिर क्या हुआ, पूरी दुनिया जानती है. हैरी पॉटर सीरीज न केवल दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली सीरीज बनी बल्कि इस पर बनने वाली फिल्में भी सुपर-डुपर हिट साबित हुईं.
..बदल गई उसकी जिंदगी
जो जेके रोलिंग एक-एक पैसे को तरसती थी, वह देखते ही देखते अरबपति बन गई. इंग्लैंड के शीर्ष दस धनी लोगों में उनका नाम शुमार होने लगी.
उदाहरण बन गई वो लड़की:-
प्रतिकूल परिस्थितियों से लड़कर जीतने का एक उदाहरण बन गईं रोलिंग. वो विचलित तो होती थीं लेकिन खुद को खुद-ब-खुद संभालती थीं. अपने को भरोसा देती थीं कि एक दिन सबकुछ बदलेगा, बस हारना नहीं है. उनकी इसी इच्छाशक्ति ने उन्हें अलग मुकाम पर लाकर खड़ा किया.
– जे के रोलिंग की जीवनी के 15 फैक्ट्स
Harry Potter बुक सीरीज की लेखिका जे के रोलिंग की जीवनी संघर्ष से शिखर तक पहुँचने की कहानी है. J K Rowling के बारे में आप ज्यादातर बातें जानते होंगे, इसलिए हम पूरी Lifestory दोहराने के बजाय उनके बारे में कुछ facts से आपको अवगत कराते हैं.
– जे के रोलिंग का पूरा नाम जोएन कैथलीन रोलिंग है.
– जब वो रोलिंग 17 वर्ष की थीं तो उनका सपना था कि वे Oxford University से पढाई करें लेकिन उन्हें Admission नहीं मिल पाया.
– जब वो 25 वर्ष की हुईं तो उनकी माँ की मृत्यु हो गयी.
– जब जे के रोलिंग 26 वर्ष की थीं तो उनका Miscarriage (गर्भपात) हो गया था.
– 27 वर्ष की उम्र में उनका विवाह हुआ. उनके पति की उनसे नहीं बनती थी, जे के रोलिंग Domestic violence (घरेलू हिंसा) का भी शिकार हुईं. इस सब के बीच वो एक बच्ची की माँ भी बन गयीं.
– 28 वर्ष की उम्र में उनका अपने पति से Divorce हो गया. इस सब की वजह से जे के रोलिंग गहरे डिप्रेशन की रोगी बन गयीं.
– 29 वर्ष की उम्र में एक सिंगल मदर के रूप में जे के रोलिंग सोशल वेलफेयर से मिलने वाली नाममात्र राशि से अपना जीवन काट रहीं थी.
– 30 की उम्र तक आते आते जे के रोलिंग अपने जीवन से परेशान होकर Suicide जैसे विचारों से घिरने लगीं.
इस सब के बावजूद जे के रोलिंग ने अपने आपको सम्भाला. अपने बेटी की वजह से उन्होंने जीने का फैसला किया. उन्होंने हिम्मत जुटाई और अपने पसंदीदा काम लेखन में खुद को लगा दिया. शुरुआत तो हुई लेकिन सफलता का रास्ता अभी दूर था.
– Harry Potter बुक लिखने का आईडिया उन्हें सन 1990 में एक दिन अचानक ही आया, जब वे मैनचेस्टर से लन्दन यात्रा पर थीं. ट्रेन अपने समय से 4 घंटे लेट चल रही थी, जे के रोलिंग ट्रेन के इंतज़ार में बैठी थीं. तभी उन्हें यह Idea आया, जिसे उन्होंने एक पेपर नैपकिन पर लिख डाला. इसी ट्रेन यात्रा की वजह से हैरी पॉटर बुक्स में भी कई ट्रेन यात्राओं को कहानी में पिरोया गया.
– 31 की उम्र में उनकी पहली किताब प्रकाशित हुई. इसके पहले 12 पब्लिशर ने किताब को छापने से मना कर दिया था.
– 35 की उम्र तक J K Rowling हैरी पॉटर सीरीज की 4 किताबें लिख चुकी थीं और उन्हें Author of the Year पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया.
– 42 वर्ष की जे के रोलिंग की नयी किताब के रिलीज़ के पहले दिन ही 1 करोड़ 10 लाख किताबें बिक गयीं. यह एक विश्व कीर्तिमान बन गया है.
– आजतक हैरी पॉटर सीरीज के 7 किताबों की 50 करोड़ प्रतियाँ बिक चुकी हैं और 70 से अधिक भाषाओँ में उनका अनुवाद हो चुका है. मजे की बात यह है कि हैरी पॉटर सीरीज की पहली किताब Harry Potter and the Sorcerer’s Stone की मात्र 1,000 प्रतियाँ ही छापी गयी थीं.
–जे के रोलिंग की कुल संपत्ति और आय 1 Billion (6500 करोड़) से भी अधिक है. इस तरह जे के रोलिंग England की महारानी एलीजाबेथ से भी अमीर बन चुकी हैं. जे के रोलिंग दुनिया की सबसे अमीर राइटर भी हैं.
– बेशक J K Rowling ने अथाह कमाई की लेकिन वे Society के प्रति अपने कर्तव्य को नहीं भूली. उन्होंने अब तक 650 करोड़ दान के रूप में विभिन्न संस्थाओं को दिए हैं. एक बार उन्होंने अपने लिए एक महंगा इयररिंग खरीदा. इससे उन्हें इतनी ग्लानि हुई कि उन्होंने उतनी ही कीमत का चेक काटकर एक संस्था को Donate कर दिया.
– लेख अच्छा लगा तो Share और Forward अवश्य करें, जिससे अन्य लोग भी ये Information पढ़ सकें –
बहुत अच्छा… मैं हैरी पॉटर का बहुत बड़ा फैन हूँ
Okay… Thanks