देवरिया:आरओ प्लांट संचालकों को जारी होगी नोटिस,जानिए क्यों!

देवरिया | विकास भवन सभागार में सोमवार को भूगर्भ जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सभी विभागों की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी अमित किशोर ने कहा कि जल संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। जल बर्बाद नहीं करना चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि व्यावसायिक व उद्योगों से जुड़े संस्थानों को अपना रजिस्ट्रेशन कराने के साथ जल संरक्षण के संबंध में अनापत्ति प्रमाण पत्र लेनी होगी। कृषि व अन्य व्यक्तिगत कार्यों के लिए भी रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। बिना अनुमति के जिले भर में आरओ प्लांट लगाए गए हैं। आरओ प्लांट संचालकों को नोटिस दिया जाएगा। इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि जल जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि भूगर्भ में जल कम हो जाएगा तो जीवन में अनेकों कठिनाई आ सकती हैं। इसलिए अधिक से अधिक जल को बचाएं और उसका संरक्षण करें। इस पर सभी को कार्य करने की जरूरत है। वन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान पौधारोपण के लक्ष्य को विभाग वार आवंटित करने व इसकी पूर्ति के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिले में नौ ऐसी जगहें हैं, जहां 50 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल है। उन जगहों पर जल संरक्षण व पौधारोपण के लिए मनरेगा व राजस्व विभाग को आपसी समन्वय बनाकर कार्य परियोजना बनाने का निर्देश दिया।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शिव शरणप्पा जीएन, सीआरओ अमृत लाल बिद, एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज, सीएमओ आलोक पांडेय, डीडीओ श्रीकृष्ण पांडेय, डीडी कृषि डा. एके मिश्र, सहायक अभियंता लघु सिचाई पंकज राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कांत राय, जिला कृषि अधिकारी मोहम्मद मुजम्मिल, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी अशोक कुमार, आरइडी टीएन राय, डीसी उद्योग केके अमर, अधिशासी अभियंता जल निगम प्रदीप चौरसिया आदि मौजूद रहे।