देवरिया:जांच की आई आंच तो शिक्षकों ने मांगा वीआरएस
देवरिया:शिक्षक फर्जीवाड़े की जांच के बीच बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत कुछ शिक्षक वीआरएस के लिए आवेदन करने लगे हैं। जिले में शिक्षक फर्जीवाड़े की एसटीएफ की जांच में आई तेजी से हड़कंप मचा हुआ है। कई शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं। कईयों की जांच जारी है। इस बीच कुछ शिक्षकों के वीआरएस मांगने से विभाग में चर्चाओं का बाजार एक बार फिर गर्म हो गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शिक्षकों के रोज नए खुलासे हो रहे हैं। सिद्धार्थनगर में एसटीएफ की जांच में फर्जी पाए गए 18 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। वहीं देवरिया में भी शुक्रवार को एसटीएफ की सूचना पर हुई जांच में दो शिक्षक फर्जी मिले थे। इन्हें भी बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। वहीं अब तक करीब डेढ़ सौ शिक्षकों के बारे में एसटीएफ ने बीएसए कार्यालय से जानकारी मांगी है। इस आपाधापी के बीच दो परिषदीय शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को आवेदन देकर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति मांगी है।
शिक्षकों ने वीआरएस के लिए कोई स्पष्ट कारण न बताकर व्यक्तिगत वजहों को सेवानिवृत्त मांगने का कारण बताया है। हांलाकि यह स्पष्ट नहीं है कि दोनो शिक्षक एसटीएफ के जांच के दायरे में हैं या इससे बाहर है। सूत्रों की मानें तो फिलहाल शिक्षकों की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति आवेदन पर बीएसए ने कोई निर्णय नहीं लिया है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की जांच प्रक्रिया चलने तक बीएसए दोनों शिक्षकों के बारे में निर्णय लेने से बच रहे हैं।
तीन शिक्षक ले चुके हैं वीआरएस
एसटीएफ की जांच शुरु होने के बाद तीन शिक्षक वीआरएस ले चुके हैं। इसमें रुद्रपुर और लार ब्लॉक से हैं। सूत्रों की मानें तो एक शिक्षक के वीआरएस लेने के खिलाफ जिलाधिकारी से किसी ने शिकायत की थी। इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक का भुगतान रोक दिया है। बाकी दो का भुगतान हो चुका है।
दो शिक्षकों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन किया है। दोनो शिक्षकों के खिलाफ किसी प्रकार का कोई मामला विभाग में विचाराधीन नहीं है। पर वर्तमान हालात को देखते हुए इनके प्रमाण पत्रों की जांच के बाद ही वीआरएस के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
ओमप्रकाश यादव, बेसिक शिक्षा अधिकारी