देवरिया:मुकदमों में विवेचना अधिकारियों की अब नहीं चलेगी मनमानी
बस्ती:मुकदमों के विवेचक अब मनमानी नहीं कर सकेंगे। उन्हें सभी विवेचनाओं को ऑनलाइन करने से पूर्व सीओ से एनओसी लेनी होगी। कई मामलों में गड़बड़ी सामने आने के बाद एसपी ने यह निर्देश जारी किया है।
थानों में दर्ज मुकदमों की विवचेना दरोगा, इंस्पेक्टर व थाने के प्रभारी करते हैं। पहले विवेचना मैनुअल हुआ करती थी। पर्चा कटने के बाद सीओ इसकी मॉनिटरिंग करते थे। अब ऑनलाइन मुकदमा दर्ज करने के साथ ही विवेचना भी ऑनलाइन हो रही है। इसका लाभ कुछ विवेचकों ने उठाना शुरू कर दिया। आरोप पत्र या फाइनल रिपोर्ट को ऑनलाइन करने के बाद थानेदार, इंस्पेक्टर और दरोगा सीओ के पास भेज रहे थे। कई मामलों में विवेचकों की मनमानी की शिकायत एसपी को मिली।
कुछ मामलों में न्यायालय से भी विभाग को फटकार लगी। इसे एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने गंभीरता से लिया। अब उन्होंने सभी सीओ और थानेदार को निर्देश दिया है कि प्रत्येक मुकदमे की विवेचना में फाइनल रिपोर्ट या आरोप पत्र लगाने के पहले संबंधित सीओ से एनओसी लेनी होगी।
सीओ से एनओसी मिलने के बाद ही उसे ऑनलाइन करेंगे। एसपी के सख्त रुख अपनाने से विवेचकों में हड़कंप है। माना जा रहा है कि विवेचना में मनमानी कम होगी और लोगों को न्याय मिलेगा।
मुकदमों की विवेचनाओं को ऑन लाइन करने से पहले सभी विवेचक को संबंधित सीओ से एनओसी लेनी होगी। इसके बाद ही विवेचक विवेचना को आन लाइन करेंगे। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नही है।
डॉ. श्रीपति मिश्र, एसपी