देवरिया:सड़क हादसे में बीएसएफ जवान समेत दो की मौत

देवरिया |सलेमपुर स्थानीय कोतवाली के मठिया के समीप मझौलीराज-मैरवा मार्ग पर बोलेरो व बाइक के बीच हुए आमने-सामने की टक्कर में बीएसएफ जवान समेत दो लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद फुलवरिया गांव में मातम छा गया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बोलेरो व बाइक को कब्जे में ले लिया।
भाटपाररानी थाना क्षेत्र के ग्राम फुलवरिया गांव निवासी 28 वर्षीय गौरीशंकर सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह बीएसएफ जवान थे। इन दिनों छुट्टी पर घर आए हुए थे। गुरुवार को गौरीशंकर अपने मित्र फुलवरिया निवासी 27 वर्षीय रत्नेश कुमार सिंह पुत्र मैनेजर सिंह के साथ किसी कार्य से बाइक से सलेमपुर गए थे। कार्य निपटाने के बाद दोपहर को सलेमपुर से गांव लौट रहे थे, अभी वह मठिया के समीप पहुंचे थे कि फुलवरिया की तरफ से आ रही तेज गति बोलेरो से सामने से भिड़ंत हो गई। जिससे गौरीशंकर व रत्नेश की मौत हो गई। बतादें कि बीएसएफ जवान के पिता वीरेंद्र सिंह भी बीएसएफ जवान थे और 2006 में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी। गौरीशंकर को एक माह की बेटी है, जबकि मृतक रत्नेश सिंह की 11 माह पूर्व शादी हुई है।
दो युवकों की मौत से मातम में डूबा फुलवरिया गांव
देवरिया : भाटपाररानी क्षेत्र के फुलवरियां गांव के दो होनहार युवकों की मौत से लोग दहल उठे। एक की मौत ने जहां पिता का सहारा छीन लिया तो दूसरे की मौत ने इस दुनिया में आने के पहले आकाश रूपी पिता का छांव उठा दिया। स्वजनों की चीत्कार से गांव का माहौल गमगीन है। घटना की जानकारी होते ही दोनों युवकों के दरवाजे पर भीड़ उमड़ गई।
गौरीशंकर सिंह एक माह पहले ही छुट्टी पर घर आए थे। यहां पर घर के निर्माण का कार्य करा रहे थे। रुपये निकालने के लिए वह मित्र रत्नेश सिंह पुत्र मैनेजर को लेकर बाइक से सलेमपुर गए थे। घर लौटते समय सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के मठिया गांव के समीप अभी पहुंचे थे कि बोलेरो ने उनकी बाइक को रौंद दिया। गौरीशंकर सिंह को एक मात्र एक वर्ष का पुत्र सम्राट है। पत्नी अनामिका का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं परिवार का एकमात्र सहारा रत्नेश सिंह की पत्नी अंजली भी गर्भवती हैं। घटना की जानकारी मिलते ही मानों उसके होश उड़ गए।
प्रभारी कोतवाल रामप्रवेश ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जबकि घटना में शामिल वाहनों को कब्जे में ले लिया गया है। चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
सड़क पर तड़पते रहे बाइक सवार
हादसे के बाद बीएसएफ के जवान व उसका दोस्त सड़क पर तड़प रहे थे। लेकिन मदद के बजाए लोग तमाशबीन बने रहे। कुछ लोग तो घटना की तस्वीर व वीडियो बनाने में लगे रहे। अगर समय से अस्पताल पहुंचाया गया होता तो शायद दानों की जान बच जाती।
हादसे मेें मौत की जानकारी होते ही कोलकाता में रह रहे परिवार के लोग घर के लिए रवाना हो गए हैं। जबकि मृतक रत्नेश सिंह अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। मौत की खबर मिलते ही पत्नी आंचल देवी व माता रामकुंवरा देवी का रो-रो कर बुरा हाल है।