देवरिया जिले में डीपीआरओ के निलम्बन से मचा हड़कंप
देवरिया: एक युवती की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने रविवार की रात को डीपीआरओ ओमप्रकाश पाण्डेय, एडीपीआरओ नित्यानंद, एडीओ पंचायत दीनानाथ, विकास भवन के प्रधान सहायक रामधनेश यादव व ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था।
केस दर्ज होने की जानकारी के बाद जहां जिला विकास अधिकारी श्रीकृष्ण पाण्डेय ने प्रधान सहायक को सोमवार को ही निलम्बित कर दिया, वहीं डीपीआरओ व एडीपीआरओ अवकाश पर चले गए। दोनों अधिकारियों के अवकाश पर जाने के बाद माना जा रहा था कि यह लोग मामले को मैनेज करने के लिए अवकाश पर गए हैं,
लेकिन इसी बीच शासन ने जिला पंचायत राज अधिकारी ओमप्रकाश पाण्डेय को निलम्बित कर दिया। हालांकि अभी एडीपीआरओ व एडीओ पंचायत के खिलाफ किसी कार्रवाई की सूचना नहीं है,
लेकिन संभावना है कि जल्द ही इन दोनों पर भी कार्रवाई हो सकती है। डीपीआरओ के निलम्बन की खबर आने के बाद छुट्टी होने के बाद भी विभाग में हड़कंप मच गया। कर्मचारी फोन व अन्य माध्यमों से इस बारे में जानकारी लेने में लगे रहे।
आपकों बता दें कि डीपीआरओ समेत पांच पर दुष्कर्म का केस दर्ज हुआ था, नौकरी का झांसा देकर दिया वारदात को अंजाम.
नौकरी पर दोबारा रखने का झांसा देकर विकास विभाग की पूर्व संविदा कर्मी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया। कर्मी की तहरीर पर देवरिया के जिला पंचायत राज अधिकारी(डीपीआरओ), सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी (एडीपीआरओ), विकास भवन के प्रधान सहायक औरएक ठेकेदार समेत पांच के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया गया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
कंप्यूटर ऑपरेटर थी पीड़िता:-
पीड़िता नेतहरीर में लिखा है कि, वह स्वच्छ भारत मिशन के तहत सदर ब्लॉक में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर काम कर रही थी। लेकिन हाल ही में लापरवाही के कारण उसे हटा दिया। इस बीच विकास भवन के प्रधान सहायक रामधनेश यादव के संपर्क में वह आ गई। राम धनेश ने उसे नौकरी पर दोबारा रखवाने का वादा करते हुए16 अगस्त की शाम को एक सरकारी आवास में बुलाया।
प्लान बनाकर बुलाया, पहले से मौजूद थे आरोपी
वहां पर पहले से डीपीआरओ ओमप्रकाश पाण्डेय, सहायक पंचायत राज अधिकारी नित्यानंद, जीसी बाबू रामधनेश यादव, एडीओ पंचायत दीनानाथ व ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी मौजूद थे। युवती के अनुसार सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने शोर मचाया तो उसे और उसके परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी। देर रात को युवती को उसके गांव के बाहर सड़क पर छोड़ कर ये लोग फरार हो गए।
एसपी के आदेश पर दर्ज हुआ था केस:-
घर पहुंचने पर युवती ने परिजनों को घटना की जानकारी दी। 2 सितंबर को कोतवाली में तहरीर दी, लेकिन केस दर्ज नहीं किया गया। पीड़िता ने एसपी से मुलाकात कर उन्हें मामले से अवगत कराया। साक्ष्य के तौर पर कुछ आडियो क्लिप भी उपलब्ध कराए। एसपी श्रीपति मिश्र के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने डीपीआरओ समेत 5 के खिलाफमुकदमा दर्ज किया था।
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