देवरिया: विकास कार्यो की समीक्षा बैठक संपन्न

देवरिया। जनपद के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान ने कहा है कि अधिकारी अपने विभाग से संबंधित विकास, निर्माण आदि कार्यों को समयबद्धता व गुणवत्ता के साथ पूरा कराएं। जो काम रुके हो और अधूरे हो, उसे प्राथमिकता के साथ पूर्ण करें। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरतें।
जनपद के प्रभारी मंत्री बृहस्पतिवार को विकास भवन के गांधी सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। कहा कि अधिकारी कार्यों की समीक्षा करें, जहां त्रुटि रह गई हो उसे दूर कर लक्ष्य की पूर्ति करें। उन्होंने कहा कि आमजन को मूल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कार्य किया जाए। कहा कि अधिकारियों पर बड़ी जिम्मेदारी है, उस पर खरा उतरें, स्वयं चिंतन करें और अपने विभाग की समीक्षा करें। हर हाल में जन सुविधाओं से जुड़े कार्यों में तेजी लाते हुए उसे पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि शासन की ओर से संचालित योजनाओं को अमलीजामा पहनाना सबका उत्तरदायित्व है। अच्छे कार्य से विभाग की छवि बनेगी और हीलाहवाली से विकास कार्य बाधित होंगे।
जनता के हित में कल्याणकारी योजनाएं बनाई जाती हैं, उसे क्रियान्वित करते हुए लोगों तक उसका लाभ पहुंचाना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सभी विभाग सेवाभाव से कार्य करें।उन्होंने पशुपालन विभाग को निर्देश दिया कि ठंड को देखते हुए गो आश्रय केंद्रों में व्यवस्था की जाए और इसकी मॉनीटरिंग की जाए। कहा कि विकास कार्यों में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे वित्तीय योजनाओं का लाभ जनसामान्य को दें, उसमें हीलाहवाली न की जाए। खाद्यान्न उठान की समीक्षा करते हुए कहा कि जहां से निकासी होती है, वहां चेकिंग की जाए कि कम राशन न आए। डीएम अमित किशोर ने बताया कि चेकिंग कराई जाती है तथा ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की गई है, एफआईआर भी दर्ज कराया गया है।
राज्यमंत्री ने धान क्रय, नहरों की सिल्ट सफाई, सड़कों के चौड़ीकरण व नए सड़कों के निर्माण, सेतु निगम, कृषि विभाग, विद्युत विभाग, सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन का निर्माण, पेयजल, अपशिष्ट प्रबंधन, प्रधानमंत्री आवास शहरी एवं ग्रामीण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, जन कल्याणकारी योजनाओं, आंगनबाड़ी केंद्र के भवनों का निर्माण, गन्ना मूल्य भुगतान, कौश ल विकास, श्रम विभाग, बैंक कार्यों आदि की समीक्षा की। डीएम अमित किशोर ने बैठक में आई कमियों व समस्याओं को निस्तारित करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अधिकारी फोन को अटेंड करें और समस्याओं का समाधान करें।
उन्होंने गन्ना घटतौली रोकने के लिए जिला गन्ना अधिकारी एवं बाट-माप को संयुक्त रुप में निरीक्षण करने का निर्देश दिया। इस दौरान राज्यमंत्री नाबार्ड की ओर से तैयार जनपद के विकास के लिए संभाव्यतायुक्त ऋण योजना 3155 करोड़ के प्रस्ताव पुस्तिका का विमोचन किया। विधायक डॉ. सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी, काली प्रसाद, रामपुर कारखाना के विधायक प्रतिनिधि डॉ. संजीव शुक्ला, सदर सांसद प्रतिनिधि रविंद्र प्रताप मल्ल ने जन सुविधाओं से जुड़े बिंदुओं को उठाया गया। इस दौरान सीआरओ अमृत लाल बिंद, डीडीओ श्रीकृष्ण पांडेय, डीसी मनरेगा गजेंद्र तिवारी, डीडी कृषि डॉ.एके मिश्र, एलडीएम राकेश श्रीवास्तव, प्रबंधक नाबार्ड संचित सिंह, डीएसओ विनय कुमार सिंह, डीपीआरओ आनंद प्रकाश, डीएसटीओ मनोज श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।