नौंवी कक्षा में फेल होने के बाद भी इस खिलाड़ी के नहीं रुके
हार्दिक पंड्या उन खिलाड़ियों में शामिल है जो भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा है. बल्ले और गेंद दोनों से लगातार शानदार प्रदर्शन कर पंड्या ने यह जगह कमाई है. हालांकि क्रिकेट का शानदार हुनर रखने वाले पंड्या पढ़ाई में बहुत खास नहीं थे. कक्षा नौवीं में फेल होने के बाद उन्होंने आगे पढ़ाई नहीं की. पढ़ाई छोड़कर उन्होंने क्रिकेट में सबकुछ झोंक दिया और साबित किया कि वह पढ़ाई में फेल जरूर हुए लेकिन जिंदगी में नाकामयाब नहीं हैं. आज वह साल में करोड़ो रुपए कमाते हैं. बीसीसीआई के सेंट्रल कॉट्रैक्ट में वह ‘ए’ कैटेगरी में हैं और सालाना पांच करोड़ रुपए कमाते हैं. आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलने के लिए 11 करोड़ मिलते हैं. इसके अलावा वह एड वर्ल्ड में भी काफी हिट है.
आपको बता दें कि हार्दिक के पिता हिमांशु पंड्या गुजरात के सूरत में फाइनेंस का व्यापार करते थे. उन्हें 1998 में इसे बंद करना पड़ा और पूरा परिवार वडोदरा चला गया. उस समय पंड्या महज पांच साल के थे. इसके बाद वे परिवार समेत बड़ौदा शिफ्ट हो गए. वहां वे किराए के मकान में रहने लगे. हिमांशु क्रिकेट के बड़े फैन थे और अपने दोनों बेटों को साथ में मैच दिखाते थे तो कई बार मैच के लिए स्टेडियम भी ले जाते थे. इसी समय दोनों भाइयों की क्रिकेट में दिलचस्पी बढ़ गई. आर्थिक तंगी के बावजूद दोनों बेटों को किरण मोरे की एकेडमी में दाखिला दिलाया.
पैसों की तंगी के चलते हार्दिक को काफी संघर्ष भी करना पड़ा. पंड्या ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि आर्थिक स्थिति सही नहीं होने की वजह से उन्होंने ऐसे भी दिन देखे जब नाश्ता और डिनर में सिर्फ मैगी खाकर रहना पड़ा. हार्दिक उनके भाई क्रुणाल दोनों लगभग पूरा दिन मैदान पर रहते थे. उनका परिवार कर्जे में डूबा हुआ था. ट्रेनिंग के दौरान दोनों भाइयों के पास कुछ खाने को नहीं होता था. हार्दिक का इतना कड़ा संघर्ष सफल हुआ और आईपीएल में उनका चयन हुआ. इसके बाद उनका जीवन बदल गया.
हार्दिक ने साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 डेब्यू किया था. इसके बाद उसी साल उन्हें वनडे टीम में भी मौका मिल गया. भारतीय टीम ने उन्हें अगले ही साल श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में भी मौका दिया जिसका उन्होंने बखूबी फायदा उठाया. पंड्या आज तीनों फॉर्मेट में टीम का अहम हिस्सा हैं. उन्हें जानने वाले लोग उनकी पढ़ाई के बारे में शायद ही जानते हों लेकिन उनका शानादार क्रिकेट का फैन हर कोई है.
पंड्या ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि आर्थिक स्थिति सही नहीं होने की वजह से उन्होंने ऐसे भी दिन देखे जब नाश्ता और डिनर में सिर्फ मैगी खाकर रहना पड़ा