पिता ने लोन लेकर पूरा किया बेटी का सपना, सेना में बनीं लेफ्टिनेंट

भोपाल |पिता के संघर्ष ने बेटी के सपनों को पंख लगाए। बेटी को खुला आसमान मिला तो उसने ऊंची उड़ान भरी और सेना में शामिल होकर देश की सेवा करने का संकल्प पूरा हो गया। यह कहानी है बैरागढ़ निवासी अंजली नायर की। अंजली को चेन्नई में आयोजित सेना की पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट की उपाधि प्रदान की गई।
अनिल ने बेटी का संकल्प पूरा करने के लिए जीव सेवा संस्थान एवं एक बैंक से लोन लिया था। उनका वेतन इतना नहीं था कि वे बेटी की पढ़ाई का खर्च उठा सकें। जीव सेवा संस्थान ने उनकी पूरी मदद की। नायर की दूसरी बेटी अश्विन कक्षा 11 वीं की छात्रा है। अश्विन भी सेना में शामिल होना चाहती है। पिता अब दूसरी बेटी का सपना पूरा करना चाहते हैं। संत सिद्धभाऊ, हीरो ज्ञानचंदानी एवं कर्नल नारायण पारवानी ने अंजली के चयन पर प्रसन्न्ता व्यक्त करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।
मथाई नगर सीटीओ निवासी अनिल नायर संत हिरदाराम कॉलेज के तकनीकी विभाग में इलेक्ट्रिशियन के रूप में काम करते हैं। बड़ी बेटी अंजली होली फैमिली स्कूल में पढ़ती थी। पढ़ाई के दौरान ही उसने भारतीय सेना में शामिल होने का इरादा कर लिया था। संत हिरदाराम के उत्तराधिकारी संत सिद्धभाऊ एवं कर्नल नारायण पारवानी ने उसे सेना में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। कॉलेज में कर्नल नारायण पारवानी के व्याख्यान के दौरान ही अंजली ने सेना में शामिल होकर देश सेवा का संकल्प ले लिया था। टीआइटी कॉलेज से इंजीनियरिंग करने के बाद अंजली ने चेन्नई में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
चेन्नई में आयोजित पासिंग आउट परेड में अंजली ने भाग लिया। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने जैसे ही अंजली के कंधे पर सितारे लगाकर लेफ्टिनेंट के रूप में सेना में शामिल करवाया, नायर परिवार खुशी से झूम उठा। अंजली के पिता अनिल, माता गीता एवं छोटी बहन अश्विन ने टीवी पर ऑनलाइन पिपिंग सेरेमनी देखी। बेटी को लेफ्टिनेंट बनते देख परिवार का सीना चौड़ा हो गया। पिता अनिल नायर की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले।