बस्ती टाउन क्लब में पुस्तकें करें दान, डीएम आशुतोष निरंजन

बस्ती|जिले के टाउन क्लब में आचार्य रामचंद्र शुक्ल के नाम पर स्थापित होने वाली अत्याधुनिक लाइब्रेरी दान के पुस्तकों से समृद्ध होगी। इसकी शुरुआत हो चुकी है। अब तक दो लाख रुपये से अधिक की पुस्तकें संकलित की जा चुकी हैं।
लाइब्रेरी में साहित्यिक,धार्मिक,राजनीतिक पुस्तकों के अलावा हिदी,अंग्रेजी,गणित एवं अन्य विषयों की पुस्तकें भी रखी जाएंगी। स्कूल,कालेज से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी किताबें भी होंगी। देश के नामी साहित्यकारों की प़ुस्तकें भी रखी जाएंगी।
इसका मकसद गरीब एवं मेधावी बच्चों को एक ही स्थान पर सभी तरह की पुस्तकों के अध्ययन के लिए अवसर उपलब्ध कराना है। पहले स्कूल कालेज में लाइब्रेरी हुआ करती थी। धीरे-धीरे इसकी ओर से स्कूलों का ध्यान हट गया। पुस्तक विक्रेता सुमित सिंह का कहना है कि पहले एक ही पुस्तक से एक परिवार के सभी बच्चे पढ़ लिया करते थे। अब हर बच्चे के लिए नई किताबें क्रय करनी पड़ती हैं। इसकी मुख्य वजह है निरंतर पाठ्यक्रम में बदलाव। राजकीय पुस्तकालयों की हालत भी बिगड़ गई है। न पर्याप्त पुस्तकें रहीं और न ही देखभाल करने वाले लोग। फिलहाल बस्ती में पहली बार किसी कलेक्टर ने अध्ययन-अध्यापन का माहौल विकसित करने की कोशिश की है। प्रबुद्धजनों ने भी इसमें दिलचस्पी दिखाई है।
गांधीनगर में स्थित टाउन क्लब को जनसहयोग से संवारा जा रहा है। लंबे समय तक क्लब पर अनधिकृत कब्जा रहा है। एक साल पहले नपा चेयरमैन रूपम मिश्रा और उनके पति वरिष्ठ भाजपा नेता स्व.प़ुष्कर मिश्र के विशेष प्रयास से प्रशासन ने इसे मुक्त कराया था। नगर पालिका के स्वामित्व वाला यह क्लब अध्ययन अध्यापन का केंद्र बनने जा रहा है।
यहां दान की जा सकती हैं पुस्तकें
पुस्तकें दान करने के लिए इंटरनेट मीडिया पर जिलाधिकारी की ओर से पहल की गई है। कोई भी पुस्तक क्रय कर डीएम कार्यालय,विकास भवन,एसडीएम,ईओ नगर पालिका में दान कर सकता है।
नए रूप में टाउन क्लब 26 जनवरी को जनता को समर्पित किया जाएगा। क्लब में पुस्तकालय के अलावा खेलने की भी सुविधा होगी। इसे संचालित करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा जिसमें आमजन की सहभागिता होगी। पुस्तकालय के लिए मामूली शुल्क लेकर सदस्य बनाए जाएंगे।
आशुतोष निरंजन,जिलाधिकारी