बस्ती में कस्तूरबा की चार और छात्राओं की हालत बिगड़ी, लगाया ये आरोप
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विक्रमजोत में 28 अगस्त को आधा दर्जन छात्राओं की तबीयत बिगड़ने के बाद अब चार और छात्राओं के बुखार से पीड़ित होने का मामला सामने आया है। सूचना परिजनों को मिली और स्कूल पहुंचे और उन्हें अपने साथ ले गए। वहीं दो और छात्राओं को डरवश परिजन घर ले गए।
छह छात्राओं के स्कूल से और जाने के बाद अब 99 की जगह 35 छात्राएं ही मौजूद हैं। चार और छात्राओं के तबीयत खराब होने के बारे में अधिकृत तौर पर कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। बस यह कहकर पल्ला झाड़ा जा रहा है कि बच्चों के परिजन आए थे और उन्हें साथ ले गए। बीईओ विक्रमजोत श्याम बिहारी का कहना है कि सभी छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर देखभाल किया जा रहा है। बीमार छात्राओं के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।
छावनी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विक्रमजोत में शनिवार की शाम छात्राएं कक्षा सात की माधुरी, शालू, गुफराना और कक्षा आठ की चांदनी को बुखार आने से स्थिति बिगड़ गयी। जानकारी उनके परिजनों को दी गई। घरवाले स्कूल पहुंचे और उन्हें साथ ले गए। इन चार के अलावा भी दो छात्राएं परिजनों के साथ कस्तूरबा से घर चली गईं हैं।
28 अगस्त को बीमार हुई थीं छह छात्राएं
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विक्रमजोत में 28 अगस्त को अध्ययनरत कक्षा आठ की छात्राओं ममता, पुष्पा, संजना, श्रद्धा, अंशू व एक अन्य की तबीयत बिगड़ने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जितियापुर पहुंचाया गया था। डीएम माला श्रीवास्तव के निर्देश पर पहुंची मेडिकल टीम ने देर रात तक सिरदर्द, पेट दर्द व चक्कर से पीड़ित छात्राओं का इलाज किया था। कस्तूरबा में छात्राओं को मानक के अनुसार भोजन न दिए जाने का आरोप भी लगाया गया था।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विक्रमजोत से छह और छात्राओं के परिजनों के साथ घर जाने की सूचना है। लेकिन इनमें चार और की तबीयत खराब होने की जानकारी नहीं दी गई है। सोमवार को खुद कस्तूरबा का निरीक्षण करूंगा। जिस स्तर पर भी लापरवाही बरतने की पुष्टि होगी। त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
अरूण कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बस्ती