भारतीय सीरम संस्थान के परिसर में आग लगी, पांच जले हुए शव मिले,हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 25 लाख रुपये देने का ऐलान

नई दिल्ली|पुणे स्थित भारतीय सीरम संस्थान (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) की उस इमारत से पांच जले हुए शव बरामद किये गये, जहां दोपहर में आग लग गई थी। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।इससे पहले, भारतीय सीरम संस्थान के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि आग की घटना से कोविशील्ड टीकों के निर्माण कार्य को कोई नुकसान नहीं हुआ है।
कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए ‘कोविशील्ड’ टीके का निर्माण सीरम संस्थान के मंजरी केन्द्र में ही किया जा रहा है।
सूत्रों ने कहा कि जिस भवन में आग लगी वह सीरम केन्द्र के निर्माणाधीन स्थल का हिस्सा है और कोविशील्ड निर्माण इकाई से एक किमी दूर है, इसलिए आग लगने से कोविशील्ड टीके के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है।
इससे पहले, पूनावाला ने ट्वीट किया, ‘आपकी चिंता और प्रार्थनाओं के लिए आप सभी को धन्यवाद। अब तक की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आग में किसी व्यक्ति की जान नहीं गई या कोई ज्यादा घायल नहीं हुआ, जबकि आग से इमारत के कुछ तल क्षतिग्रस्त हो गए।’
I would like to reassure all governments & the public that there would be no loss of #COVISHIELD production due to multiple production buildings that I had kept in reserve to deal with such contingencies at @SerumInstIndia. Thank you very much @PuneCityPolice & Fire Department
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 21, 2021
इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत की खबर मिली है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आग सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल गेट 1 SEZ3 बिल्डिंग के चौथे और पांचवें तल तक फैल गई थी. राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए सीरम इंस्टीट्यूट में मौजूद है. हादसे में मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश के बिपिन सरोज और रमा शंकर, बिहार के सुशील कुमार पांडे, पुणे के महेंद्र इंगळे और प्रतीक पाष्टे शामिल हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के 25 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.
सीरम इंस्टीट्यूट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सायरस पूनावाला ने बयान जारी कर कहा कि- “आज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में हम सबके लिए एक बेहद ही दुख भरा दिन है. बड़े अफसोस की बात है कि मंजरी में स्पेशल इकोनॉमिक जोन स्थित हमारे अंडर इंस्टॉलेशन फैसिलिटी में लगी आग में जानमाल का नुकसान हुआ. हम बहुत दुखी हैं और दिवंगत के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. इस संबंध में, हम मानदंडों के अनुसार अनिवार्य राशि के अलावा, प्रत्येक परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की पेशकश करेंगे. हम इस संकट भरे समय में सभी की चिंताओं और प्रार्थनाओं के लिए अपना आभार प्रकट करते हैं.”
उन्होंने कहा, ‘मैं सभी सरकारों और लोगों को एक बार फिर आश्वासन देता हूं कि कोविशील्ड के निर्माण को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि मैंने ऐसे हालात से निपटने के लिये सीरम संस्थान में विभिन्न निर्माण भवनों को आरक्षित रखा है। पुणे पुलिस और दमकल विभाग का धन्यवाद।’
कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड बना रहे महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट (Pune Serum Institute) की इमारत के एक कंपार्टमेंट में एक बार फिर से आग लग गई. दमकलकर्मी ने कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया. इससे पहले बुधवार को सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल 1 गेट के पास गुरुवार दोपहर भीषण आग लग गई. सीरम इंस्टीट्यूट के मंजरी प्लांट में लगी आग पर करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पा लिया गया है. इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत की खबर मिली है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक आग सीरम इंस्टीट्यूट के टर्मिनल गेट 1 SEZ3 बिल्डिंग के चौथे और पांचवें तल तक फैल गई थी. राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ की एक टीम भी राहत एवं बचाव कार्य के लिए सीरम इंस्टीट्यूट में मौजूद है. हादसे में मारे गए लोगों में उत्तर प्रदेश के बिपिन सरोज और रमा शंकर, बिहार के सुशील कुमार पांडे, पुणे के महेंद्र इंगळे और प्रतीक पाष्टे शामिल हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के 25 लाख रुपये देने का ऐलान किया है.
सीरम इंस्टीट्यूट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सायरस पूनावाला ने बयान जारी कर कहा कि- “आज सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में हम सबके लिए एक बेहद ही दुख भरा दिन है. बड़े अफसोस की बात है कि मंजरी में स्पेशल इकोनॉमिक जोन स्थित हमारे अंडर इंस्टॉलेशन फैसिलिटी में लगी आग में जानमाल का नुकसान हुआ. हम बहुत दुखी हैं और दिवंगत के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. इस संबंध में, हम मानदंडों के अनुसार अनिवार्य राशि के अलावा, प्रत्येक परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की पेशकश करेंगे. हम इस संकट भरे समय में सभी की चिंताओं और प्रार्थनाओं के लिए अपना आभार प्रकट करते हैं.”
पुण्यातील सिरम इन्स्टिट्यूटच्या आग लागलेल्या इमारतीची पाहणी केली. इमारतीला लागलेली आग आटोक्यात आली असून आगीत ५ जणांचा दुर्दैवी मृत्यू झाला आहे. आगीत मृत्युमुखी पडलेल्या कामगारांना भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पण करतो. pic.twitter.com/BhI0vnpXtg
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) January 21, 2021
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं।
पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि अपराह्न करीब पौने तीन बजे सीरम संस्थान के परिसर में स्थित एसईजेड 3 भवन के चौथे और पांचवें तल पर आग लग गई।
उन्होंने कहा, ‘नौ लोगों को भवन से बाहर निकाल लिया गया है।’
घटना के वायरल हुए वीडियो में भवन से धुआं उठता दिख रहा है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है।
पूर्व में पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा कि जिस भवन में आग लगी, उसमें फंसे सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, ‘आग बुझाने वाले पानी के 15 टैंकरों को काम में लगाया गया और शाम करीब साढ़े चार बजे उसपर काबू पा लिया गया।’
अधिकारी ने कहा, ‘आग लगने का कारण अभी पता नहीं चला है। फर्नीचर, तार, कैबिन जलकर राख हो गए हैं। जहां आग लगी उन तलों पर कोई महत्वपूर्ण मशीनरी अथवा उपकरण नहीं रखे थे।’
बहरहाल, इमारत से पांच जले हुए शव मिले हैं।
पवार ने कहा, ‘मैंने पुणे नगर निगम से घटना के बारे में जानकारी ली है और इस घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है।’ उन्होंने कहा कि आग लगने के कारण वहां टीके बनाने की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने से पांच लोगों की हुई मौत की घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार देते दुख प्रकट किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्थानीय प्रशासन से आग को नियंत्रण में लाने को कहा है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बिजली संबंधी खामी के चलते आग लगी। ठाकरे ने कहा, ”प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग वहां नहीं लगी जहां कोविड-19 टीकों का निर्माण किया जा रहा है बल्कि उस इकाई में लगी है जहां बीसीजी टीके बनाए जा रहे हैं।”