मुझे पता है आप लोग कैसी भाषा सुनते हैं, वैसी ही डोज समय-समय पर देता हूं: विधान परिषद में मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राज्य विधानमंडल (State Legislature) के बजट सेशन में विपक्ष के रवैये की आलोचना करते हुए तल्ख टिप्पणियां कीं. उन्होंने कहा, ‘यही वजह है कि नेता जैसा सम्मानजनक शब्द अब अपमानजनक लगने लगा है.’
सीएम योगी ने कहा, ‘अच्छी चीजों को स्वीकारा जाता है और बुरी चीजों को छोड़ा जाता है, लेकिन यहां पर उल्टा देखने को मिलता है. बुरी चीजों को कन्वेंशन मानकर और भी बुरा कैसे किया जाए, इसके लिए कॉम्पटिशन किया जाता है. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है. इससे हमारे नेता और कार्यकर्ता विश्वसनीयता के संकट से गुजरते हैं. इसीलिए लोग उन्हें संदेह की नजरों से देखते हैं.’
‘ठीक कर दूंगा, डोज दे दूंगा’
इस दौरान किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने का जिक्र आने पर सीएम योगी ने विपक्ष को बात सुनने की नसीहत दी और कहा, ‘मैं जानता हूं कि आप लोग किस प्रकार की भाषा सुनते हैं. उसी प्रकार का डोज भी मैं समय-समय पर देता हूं.’ हालांकि इसपर सपा सदस्य नरेश उत्तम (Naresh Uttam Patel) ने आपत्ति करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री बार-बार ठीक कर दूंगा, डोज दे दूंगा की बात करते हैं. मुख्यमंत्री खुद योगी हैं. उन्हें इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए.’
इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री और सपा सदस्यों के बीच काफी तीखी नोकझोंक हो गई। योगी ने सपा सदस्यों को शिष्टाचार सीखने की नसीहत दी और कहा, ‘जो जिस भाषा को समझेगा, उसे उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा।’ इस दौरान सपा के सदस्य खड़े होकर विरोध जताने लगे तो सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें बैठकर मुख्यमंत्री की बात सुनने को कहा।
सीएम और सपा सदस्यों के बीच नोकझोंक
इसके बाद सीएम और सपा सदस्यों के बीच काफी तीखी नोकझोंक हो गई. योगी ने सपा सदस्यों को शिष्टाचार सीखने की नसीहत दी और कहा, ‘जो जिस भाषा को समझेगा, उसे उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा.’ इस दौरान सपा के सदस्य खड़े होकर विरोध जताने लगे तो चेयरपर्सन कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने बैठकर मुख्यमंत्री की बात सुनने को कहा.
नेता’ शब्द अब अपमान लगाता है
इसके बाद सीएम योगी ने कहा, ‘आजादी के पहले जो नेता शब्द सम्मान का प्रतीक था. आजादी के बाद आज ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई कि आज वही शब्द अपमानजनक प्रतीत होने लगा. अगर किसी को लगता है कि वह जितनी उद्दंडता कर लेगा, जितनी जोर से सदन में चिल्ला लेगा, उसके लिए उसकी तारीफ होगी, तो मुझे लगता है कि यह उसकी गलतफहमी है. जनता इसको बहुत अच्छे ढंग से नहीं लेती है.
विधान परिषद में… https://t.co/CLg4XeBTCw
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 25, 2021
गेस्ट हाउस कांड कौन नहीं जानता?
योगी ने विपक्ष खासकर सपा सदस्यों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, ‘नेता विरोधी दल (अहमद हसन) को छोड़ दें तो उनके जो अन्य सहयोगी हैं, उनसे बहुत उम्मीद भी नहीं की जाती. उनका बहुत पुराना इतिहास भी रहा है महिलाओं का अपमान करने का. स्टेट गेस्ट हाउस कांड कौन नहीं जानता? इन लोगों का जो इतिहास रहा है, उसको देखते हुए हर व्यक्ति इस बात को जानता है कि कैसे-कैसे कृत्य हुए हैं, लेकिन सदन के अंदर तो कम से कम इन चीजों को बचाकर के रखिए.’