सरकार-किसान वार्ता बेनतीजा रहने पर मायावती ने जताई चिंता, अन्नदाताओं के समर्थन में कही ये बात

लखनऊ |बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने किसानों व केंद्र सरकार के बीच अब तक हुई वार्ता (Farmers-Govt Talks) के बेनतीजा रहने पर चिंता जाहिर करते हुये कहा कि सरकार को नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws) को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करना चाहिए.
बसपा अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को ट्वीट किया, “काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन (Kisan Andolan) कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है.”
उन्होंने कहा, “केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे.”
काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है। केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की माँग को स्वीकार करके इस समस्या का शीघ्र समाधान करे।
— Mayawati (@Mayawati) January 9, 2021
इससे पहले शुक्रवार को पेट्रोल व डीजल पर मायावती चिंता जाहिर करते हुए कहाकि, देश में खासकर पेट्रोल व डीजल की कीमत जिस मनमाने ढंग से लगातार बढ़ाई जा रही है वह अति-चिन्ताजनक स्थिति पैदा कर रही है। कोरोना महामारी से जुझ रही देश की जनता व यहाँ की बदहाल अर्थव्यवस्था को थोड़ा संभालने के लिए तेल की कीमतों को यदि नियंत्रित व कम रखा जाए तो बेहतर।
देश में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) के दामों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी ने लोगों का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. स्थिति ये है कि तेल के दाम रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गए हैं. लखनऊ में आज जहां पेट्रोल 83.98 रुपये और डीजल 74.74 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, वहीं नोएडा में पेट्रोल 84.06 रुपये और डीजल 74.82 रुपये प्रति लीटर है. उधर तेल के दामों को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती (BSP Supremo Mayawati) ने चिंता जाहिर की है. मायावती ने कहा है कि कोरोना से जूझ रही देश की जनता और बदहाल अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए तेल की कीमतों को नियंत्रित रखा जाए.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया है कि देश में खासकर पेट्रोल व डीजल की कीमत जिस मनमाने ढंग से लगातार बढ़ाई जा रही है, वह अति-चिन्ताजनक स्थिति पैदा कर रही है. कोरोना महामारी से जूझ रही देश की जनता व यहां की बदहाल अर्थव्यवस्था को थोड़ा संभालने के लिए तेल की कीमतों को यदि नियंत्रित व कम रखा जाए तो बेहतर.
देश में खासकर पेट्रोल व डीजल की कीमत जिस मनमाने ढंग से लगातार बढ़ाई जा रही है वह अति-चिन्ताजनक स्थिति पैदा कर रही है। कोरोना महामारी से जुझ रही देश की जनता व यहाँ की बदहाल अर्थव्यवस्था को थोड़ा संभालने के लिए तेल की कीमतों को यदि नियंत्रित व कम रखा जाए तो बेहतर।
— Mayawati (@Mayawati) January 8, 2021
उधर करीब एक महीने बाद सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने दैनिक आधार पर ईंधन की कीमतों की समीक्षा फिर शुरू की है. गुरुवार को पेट्रोल के दाम में 23 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी. वहीं आज शुक्रवार को पेट्रोल डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.