सिद्धार्थनगर:डुमरियागंज में कब्जा मुक्त हुई 204 एकड़ भूमि जिसकी कीमत है लगभग ₹500 करोड़

सिद्धार्थनगर | डुमरियागंज तहसील एक ऐसी तहसील है जिसमें 204 एकड़ भूमि अवैध कब्जेधारियों के कब्जे से मुक्त कराई गई है, अभियान अभी जारी है अभी इतनी ही भूमि और मिलने की आशा है। खाली हुई सरकारी संपत्ति की कीमत लगभग 500 करोड़ रुपये है, जो राज्य सरकार के नाम किया गया है। ये कार्य प्रशासन की कड़ी मेहनत की बदौलत ही संभव हो पाया है। इसके लिए प्रशासन बधाई का पात्र है। जिन्होंने इस काम को बखूबी अंजाम दिया।इस ऐतिहासिक काम में स्थानीय प्रशासन का अहम योगदान है। ये बातें विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहीं।
वह रविवार को पीडब्ल्यूडी डाकबंगले में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में राजस्व की भूमि पर लोगों ने कब्जा कर रखा था। विधायक ने कहा कि इस अभियान में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जा रहा है। जहां भी सूचना मिल रही है कि सरकारी भूमि पर किसी का कब्जा है, तो त्वरित कार्रवाई हो रही है।
माली मैनहा रोड पर 18 एकड़ भूमि जो पीपुल्स इंटर कालेज के नाम अंकित हुई थी उसे निरस्त कराया गया। सरदार सरोवर, दीवानी न्यायालय बार भवन, नदी व वन क्षेत्र की भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। सरकार जिन विकास योजनाओं को लागू कर रही है उसकी जमीन डुमरियागंज से तैयार हो रही है। जो कार्य वर्षों से तहसील क्षेत्र में नहीं हुए उसे हमने पूर्ण कराया है, यह योगी सरकार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों की देन है। जो वर्षों से कब्जा जमाए भूमाफियाओं पर कार्रवाई हुई। एसडीएम त्रिभुवन, ईओ शिवकुमार, कोतवाल केडी सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।