UP:सिद्धार्थनगर मेडिकल कालेज में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू

सिद्धार्थनगर | निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज की पढ़ाई अगले सत्र से शुरू हो जाएगी। भवन निर्माण कार्य अभी चल रहा है। करीब 80 फीसद काम पूरा हो चुका है। कार्यदायी संस्था के जिम्मेदार इसे जून तक हर हाल में पूरा करने का दावा कर रहे हैं। वहीं मेडिकल कालेज में जल्द पढ़ाई शुरू करने को लेकर सरकार ने चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति भी शुरू कर दी है।
शिक्षा चिकित्सकों के पदों के लिए विज्ञापन भी जारी हो चुका है। अब शासन के अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे ने चिकित्सा – शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर नर्सिंग संवर्ग के 173 सहित 386 पद पर भर्ती करने का निर्देश दिया है। इनमें पैरामेडिकल, तकनीकी संवर्ग के 32, लिपिकीय 30, प्रशासनिक 10 और चतुर्थ श्रेणी के 36 पद शामिल हैं।
जनपद में स्थापित मेडिकल कालेज मूर्त रूप लेने जा रहा है। इस वर्ष से यहां पर एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होगी। वहीं गंभीर रोगियों को गोरखपुर या बस्ती मेडिकल कालेज में इलाज कराने के लिए जाने से छुटकारा भी मिल सकेगा। पढ़ाई के साथ ओपीडी शुरू होने पर यहां गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। शिक्षक चिकित्सक की तैनाती की प्रक्रिया वर्तमान में चल रही है। अब सरकार ने स्वायतशासी मेडिकल कालेज में अन्य पदों पर तैनाती का आदेश जारी कर दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
जिन पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है उसमें चिकित्सा शिक्षक के 45, सीनियर रेजीडेंट के 18, जूनियर रेजीडेंट 42, नर्सिंग संवर्ग के 173, पैरामेडिकल तकनीकी संवर्ग के 32 सहित कुल 386 पद शामिल है। चतुर्थ श्रेणी के 32 पदों पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्ति की जाएगी।
मेडिकल कालेज के नोडल प्राचार्य डा. गणेश कुमार ने कहा कि शिक्षक चिकित्सक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अन्य स्टाफ के लिए जल्द आवेदन मांगें जाएंगे। अगले सत्र में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। शासन से मिले निर्देशों के क्रम में कार्य हो रहा है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज को सिद्धार्थनगर और देवरिया में बन रहे मेडिकल कॉलेज का नोडल बनाया गया है। यही वजह है कि दोनों स्थानों के शिक्षकों और मेडिकल स्टॉफ का प्रस्ताव बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने भेजा है। दोनों जिलों में मेडिकल कॉलेज बन जाने के बाद बीआरडी में आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आएगी। उन्हें उनके जिले में बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। बस्ती में पहले से ही मेडिकल कॉलेज है। देवरिया व सिद्धार्थ नगर में भी खुल जाने से नेपाल, बिहार के मरीज इन दोनों मेडिकल कॉलेजों में पहुंच सकेंगे। इसके अलावा बलरामपुर और श्रावस्ती के मरीजों के लिए भी सिद्धार्थनगर मेडिकल कॉलेज आने-जाने में आसानी हो जाएगी।
दोनों कॉलेजों में 100-100 सीटें होंगी
दोनों नए मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की 100-100 सीटों का प्रस्ताव भेजा गया है। अगले सत्र से दोनों कॉलेजों में 100-100 छात्र पढ़ाई भी शुरू कर देंगे। दोनों स्थानों पर इलाज पहले से ही शुरू है। चिकित्सक और शिक्षक मिल जाने के बाद से व्यवस्था में और परिवर्तन हो जाएगा।
यह होगी कॉलेजों में संख्या
51 शिक्षक-चिकित्सक
24 सीनियर रेजीडेंट
50 जूनियर रेजीडेंट
218 नर्स
300 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (आउट सोर्सिंग से)
—- (दोनों ही मेडिकल कॉलेजों में यही संख्या रहेगी)
सिद्धार्थनगर और देवरिया मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में हैं। यही वजह है कि दोनों जगहों पर तेजी से काम हो रहे हैं। शिक्षक, कर्मचारी और चिकित्सकों के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। आगामी सत्र से दोनों जगहों पर एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।