सिद्धार्थ विश्वविद्यालय:कृषि से बीएससी-एमएससी करने वालों की अब होगी छमाही परीक्षा
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय ने कृषि से स्नातक व परास्नातक करने वाले विद्यार्थियों की सुविधा के लिए वर्तमान सत्र 2019-20 से सेमेस्टर प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है।
सूबे के अधिकतर विश्वविद्यालयों में एग्रीकल्चर से बीएससी-एमएससी करने के लिए सेमेस्टर प्रणाली लागू हो चुकी है। दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर भी इस प्रणाली को लागू करने की तैयारी कर रहा है। वहीं सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से संबद्ध बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, श्रावस्ती, बलरामपुर व महराजगंज जिले के कृषि महाविद्यालयों में छात्र इसकी लगातार मांग कर रहे थे। बुधवार को भी सिद्धार्थनगर के डॉ. राम मनोहर लोहिया महाविद्यालय इटवा के विद्यार्थियों ने मांग करते हुए धरना-प्रदर्शन किया।
प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरेंद्र दुबे ने बुधवार को देर शाम ही सेमेस्टर प्रणाली लागू करने की घोषणा कर दी। कृषि महाविद्यालयों को जारी अधिसूचना में पठन-पाठन की कार्रवाई नई प्रणाली के अनुसार करने का निर्देश दिया गया है।
कृषि के स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर प्रणाली लागू कर दी गई है। संबंधित निकायों से इसे पारित करवाकर विस्तृत नियमावली बहुत जल्द ही कृषि महाविद्यालयों को भेज दी जाएगी।
राकेश कुमार, कुलसचिव, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर