Basti News: नायब तहसीलदार पर दिव्यांग शिक्षक को थप्पड़ मारने का आरोप

बस्ती 16 जुलाई |पैकोलिया थाने के पिपरा काजी गांव में 14 जुलाई को नायब तहसीलदार निखिलेश कुमार चौधरी राजस्व टीम और थानाध्यक्ष के साथ एक गड्ढे की जमीन को लेकर की गई शिकायत की जांच करने गांव पहुंचे थे। लोगों से बयान लेने के दौरान नायब तहसीलदार किसी बात पर आक्रोशित हो गए। आरोप है कि प्राथमिक विद्यालय रतनपुर राय में कार्यरत दिव्यांग शिक्षक सत्येंद्र यादव ने जैसे ही अपनी बात कहना शुरू किया कि तभी अचानक नायब तहसीलदार आग बबूला हो गए और उन्हें थप्पड़ जड़ दिया।
अपने साथ हुई घटना से आहत दिव्यांग शिक्षक ने घटना की जानकारी मोबाइल से शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को दी। सूचना पाकर मौके पर शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद सिंह मंत्री, बालकृष्ण ओझा के साथ सैकड़ों शिक्षक नेता और शिक्षक हरैया तहसील परिसर में पहुंचे और तहसीलदार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन पर कार्रवाई करने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अमृत पाल कौर को ज्ञापन देकर नायब तहसीलदार के कृत्य की जांच कराते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है।
घटना की शिकायत सीओ हर्रैया शेषमणि उपाध्याय को दी। इस मामले में सीओ ने कहा कि शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल मिला है। रतनपुर गांव में हुए विवाद के बारे जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में तहसील प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
नायब तहसीलदार हर्रैया निखिलेश चौधरी व सिपाही मयंक द्वारा दिव्यांग शिक्षक सत्येन्द्र कुमार के साथ दुर्व्यवहार करने व थप्पड़ मारने के मामले को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिला अध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल के नेतृत्व में शिक्षकों ने गुरुवार को विशाल धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी, डीआईजी, पुलिस अधीक्षक को सम्बोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार के.के. मिश्र को सौंपा।
धरने को संबोधित करते हुए उदय शंकर शुक्ल ने कहा कि जहां गुरु पूर्णिमा के दिन पूरे देश में गुरुओं का सम्मान हो रहा था वहीं दूसरी तरफ हर्रैया के नायब तहसीलदार व सिपाही के द्वारा दिव्यांग शिक्षक को बर्बरता पूर्वक मारने व बेज्जत करने का काम किया जा रहा था। जिलाध्यक्ष ने कहा कि बुधवार को दिए गए ज्ञापन के संदर्भ में प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई इसलिए मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ा। अगर शासन प्रशासन के द्वारा नायब तहसीलदार व सिपाही के खिलाफ एक सप्ताह में प्राथमिकी दर्ज करके अनुशासनात्मक कार्यवाही नही की जाती है तो हम शिक्षक और बड़े पैमाने पर आन्दोलन के साथ ही प्रदेश व्यापी आन्दोलन चलाने को बाध्य होंगे। धरना प्रदर्शन के दौरान दो प्रस्ताव पारित किये गये जिसमें नायब तहसीलदार और सिपाही के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उनके निलम्बन के कार्यवाही की मांग किया गया। निर्णय लिया गया कि जब तक नायब तहसीलदार और सिपाही के विरूद्ध कार्यवाही नहीं की जाती तब तक शिक्षक प्रशासनिक अधिकारियों का बहिष्कार करेेंगे और अपने विद्यालय में उन्हें घुसने नहीं देंगे। 21 जुलाई को जनपद संगठन की बैठक कर आन्दोलन की रणनीति तय की जायेगी। इसके पूर्व संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष, मंत्री, पदाधिकारी सभी विद्यालयों में पहुंचकर शिक्षकों को अवगत कराकर अगले आन्दोलन के लिये तैयार करेंगे। संचालन जिला कोषाध्यक्ष अभय सिंह यादव ने किया। धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से जिला मन्त्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह, अखिलेश मिश्र, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी व संविदा कर्मचारी शामिल रहे।