Basti News: पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण कर जिले के होनहार बने कृषि अधिकारी ; बढ़ाया जिले का मान

बस्ती 30 मई |बस्ती की मेधा ने एक बार फिर यूपीएससी स्टेट एग्रीकल्चर सर्विसेज परीक्षा में अपना परचम लहराया है। इस बार तीन लोग पीसीएस में सफल हुए हैं। यह सभी ग्रामीण परिवेश के हैं। यह हैं पूर्णिमा मिश्रा, अरविद कुमार पांडेय और बृजेश कुमार चौधरी।
पैकोलिया थानाक्षेत्र के गौर विकास क्षेत्र के बेलसड़ गांव निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार अनिल कुमार मिश्र की पुत्री पूर्णिमा ने यूपीएससी की स्टेट एग्रीकल्चर सर्विसेज में 152वीं रैंक हासिल कर गांव और जनपद का नाम रोशन कर दिया है।
सूबेदार पद से सेवानिवृत्त अनिल कुमार मिश्र की बेटी पूर्णिमा मिश्रा वर्तमान में इंडियन बैंक गोरखपुर में एग्रीकल्चर फील्ड आफिसर के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने हाईस्कूल लाल बहादुर शास्त्री इंटर कालेज मुसहा बस्ती से 64 फीसद अंकों से पास किया। इंटर आर्मी पब्लिक स्कूल जालंधर से 79 फीसद अंकों के साथ तो कृषि स्नातक की परीक्षा नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय अयोध्या से उत्तीर्ण की। वह चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय कानपुर से कृषि में परास्तानक और गोल्ड मेडलिस्ट हैं।
पूर्णिमा ने कहा उनकी इस सफलता में परिवार और सगे संबंधियों योगदान है। अनुशासन और ईमानदारी के साथ लक्ष्य के प्रति समर्पित भाव से काम करना पिता से ही सीखा। कहा कि जीवन में कभी भी रुकना नहीं चाहिए। प्रयास करने से जीत मिले या हार दो ही स्थितियां बनती है, लेकिन प्रयास के दौरान मिले अनुभव जीवनभर काम आते हैं। पूर्णिमा की मां माया मिश्रा गृहिणी है। वह चार भाई-बहन हैं।
अरविद कुमार पांडेय को मिली 188वी रैंक:
गौर के ही महादेवा गांव निवासी अरविद कुमार पांडेय भी यूपीएससी स्टेट एग्रीकल्चर सर्विसेज की परीक्षा में सफल हुए हैं। इनको 188वीं रैंक मिली है। इनकी इस उपलब्धि पर गांव में खुशी की लहर है।
अरविद ने कहा युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान कभी निराश नहीं होना चाहिए। लगातार प्रयास करने से सफलता अवश्य मिलती है। अक्सर ऐसा होता है कि लोग दो-तीन बार असफल होने पर अपनी तैयारी छोड़ देते हैं और किसी दूसरे विकल्प की तलाश में जुट जाते हैं। अपने जीवन के लक्ष्य और सपने को अधर में छोड़ने के बजाय हमें आगे हिम्मत जुटाकर पूरे मनोयोग से प्रयास करते रहना चाहिए। पीछे जो गलतियां हुई उनसे सीख कर आगे बढ़ने पर सफलता जरूर मिलती है।
अरविद ने हाई स्कूल एसकेडीबीएल इंटर कालेज गनेशपुर व इंटर की परीक्षा पंडित शिवहर्ष किसान इंटर कालेज से पास की। परमहंस पीजी कॉलेज अयोध्या से वह कृषि में स्नातक और परास्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद लक्ष्य बनाकर तैयारी में जुट गए। इनके सफलता की इस राह में पिता हरि श्याम पांडेय, माता माया देवी और बड़े पिता घनश्याम पांडेय तथा बड़ी माता विद्यावती देवी का काफी योगदान है।
बृजेश कुमार चौधरी पहले ही प्रयास में बने कृषि अधिकारी :
मुंडेरवा नगर पंचायत के जगदीशपुर मंझरिया निवासी किसान महातम प्रसाद चौधरी के पुत्र बृजेश कुमार चौधरी पहले ही प्रयास में कृषि अधिकारी बन गए। यूपीपीएससी की स्टेट एग्रीकल्चर सर्विसेज की परीक्षा में उनको 20वीं रैंक हासिल हुई है। बृजेश कुमार चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय जगदीशपुर और उच्च प्राथमिक आदर्श पूर्व माध्यमिक विद्यालय अहरा तथा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई क्रमश: वर्ष 2008 व 2010 में गन्ना विकास इंटरकालेज मुंडेरवा से हुई है। स्नातक की शिक्षा चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर से वर्ष 2015 मे उत्तीर्ण की थी। वर्ष 2017 में काशी हिदू विश्वविद्यालय वाराणसी में स्नातकोत्तर कर पीएचडी करने के दौरान ही परीक्षा की तैयारी में लगे हुए थे। पहले ही प्रयास में मिली सफलता का श्रेय माता -पिता के साथ ही गुरुजनों को दिया।