CBSE 10th Topper: मां के मरने के बाद पापा ने घर से निकाल दिया, नाना-नानी के घर रहकर श्रीजा बनी बिहार टॉपर, 99.4 % नंबर

CBSE 10th Result 2022: सीबीएसई 10वीं और 12वीं के नतीजें आ चुके हैं। नतीजों के आने के साथ ही छात्रों और अभिवावकों में भारी उत्साह है। अब सभी भविष्य की तैयारियों में जुट गए हैं। छात्र जीवन के इस पहले इम्तिहान में कई छात्र – छात्राओं ने अपनी कामयाबी का परचम लहराया है। इन्हीं में से एक हैं पटना की रहने वाली श्रीजा। श्रीजा ने सीबीएसई बोर्ड की 10वीं परीक्षा में 99.4 फीसदी अंक लाकर पूरे बिहार में टॉप किया है।
श्रीजा का अर्थ- देवी लक्ष्मी होता है लेकिन, कृपा साक्षात मां सरस्वती की। क्योंकि श्रीजा इतनी कम उम्र में दूसरों के लिए प्रेरणा श्रोत बन चुकी है। सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा में बिहार में टॉप कर इसने एक मुकाम बनाया है।
लेकिन श्रीजा का यहां तक का सफर काफी कठिन भरा रहा है। श्रीजा जन्म के बाद जब तक होश संभालती, तब तक उसके सर से मां का साटा हट चुका था। मां के देहांत के बाद पिता ने भी साथ छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली। श्रीजा को अपनी नवजन्मी बहन के साथ घर छोड़ना पड़ा और नाना-नानी के पास रहने के लिए चली गईं। वहीं पलीं – बढ़ीं और आज दसवीं में टॉप कर अपने परिवार का मान बढ़ाया है।
मामा और नाना ने मां-बाप की कमी नहीं खलने दी
पटना की डीएवी स्कूल की छात्रा श्रीजा को अपने दोनों मामाओं चंदन सौरभ और संकेत शेखर से भरपूर प्यार मिला। दोनों ने उसे अपनी बेटी की तरह पाला। नाना सुबोध कुमार पटना के पास स्थित मरांची गांव में खेती करते हैं, वह हर तीसरे दिन पर पटना श्रीजा से मिलने के लिए आते हैं और साथ में अपने मवेशी का दूध लाते हैं क्योंकि श्रीजा को पैकेट वाला दूध पसंद नहीं है।
बगैर ट्यूशन और कोचिंग के गाड़ा झंडा
आमतौर में 10वीं और 12वीं में बच्चे ट्यूशन और कोचिंग पर अधिक निर्भर हो जाते हैं। लेकिन श्रीजा उनमें से नहीं थीं। उन्होंने बगैर किसी ट्यूशन और कोचिंग के 10वीं में टॉप किया। श्रीजा ने कहा कि उन्हें अपने स्कूल के शिक्षकों का भी खूब सहयोग मिला। वह भविष्य में साइंस लेकर आईआईटी मद्रास में पढ़ना चाहती हैं।
कुल मिलाकर श्रीजा ने विषम पारिवारिक स्थितियों का सामना करते हुए जिस तरह से कामयाबी हासिल की, उसने उन्हें छात्रों के लिए रोल मॉडल बना दिया है।