India-Australia Test Series: ऑस्ट्रेलिया पर भारत की ऐतिहासिक जीत, पंत के कमाल से ब्रिस्बेन में लहराया तिरंगा

भारत ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में इतिहास रच दिया है. टीम इंडिया ने स्टार कप्तान विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, रविंद्र जडेजा, आर. अश्विन और शिखर धवन जैसे खिलाड़ियों की ग़ैर-मौजूदगी में बेहद रोमांचक मैच में जीत हासिल कर सिरीज़ 2-1 से अपने नाम कर ली है.
ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर ऑस्ट्रेलिया पिछले 33 साल से कोई टेस्ट नहीं हारा था, लेकिन भारत की युवा ब्रिगेड ने कंगारूओं की अपराजेयता को खत्म कर दिया.
नई दिल्ली|ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा दिया. इसके साथ ही भारतीय टीम ने चार मैचों की यह सीरीज भी 2-1 से अपने नाम कर ली. गाबा के मैदान पर पहली बार किसी ने टीम ने 300 से ज्यादा रनों के लक्ष्य का पीछा किया है. भारत की ऐतिहासिक जीत को लेकर पूरे देश में उत्साह है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई दी है.
We are all overjoyed at the success of the Indian Cricket Team in Australia. Their remarkable energy and passion was visible throughout. So was their stellar intent, remarkable grit and determination. Congratulations to the team! Best wishes for your future endeavours.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 19, 2021
प्रधानमंत्री ने मोदी ने ट्वीट किया, ”हम सभी ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेट टीम की सफलता पर बहुत खुश हैं. उनकी ऊर्जा और जुनून पूरे खेल के दौरान दिखाई दे रहा था. उमका दृढ़ इरादा, उल्लेखनीय धैर्य और दृढ़ संकल्प भी नजर आए. टीम को बधाई! आपके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं.”
प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी ट्वीट कर टीम इंडिया को बधाई दी. उन्होंने लिखा, ”भारतीय युवा टीम ने शानदार धैर्य, दृढ़ संकल्प और लचीलेपन का प्रदर्शन किया. यह जीत इतिहास में दर्द की जाएगी क्योंकि भारत द्वारा विदेशों में सबसे बेहतर लक्ष्य का पीछा किया है.”
पंत और गिल ने खेली कमाल की पारी
भारत की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत और सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल. पंत ने 138 गेंदो में 89 रन बनाकर नाबाद रहे. इस दौरान उन्होंने नौ चौके और एक छक्का लगाया. इसके साथ ही वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1,000 रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर भी बन गए. वहीं शुभमन गिल ने 146 गेंदो में 91 रनों की शानदार पारी खेली. अपनी इस पारी में उन्होंने आठ चौके और दो छक्के लगाए.
पंत और गिल के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने भी टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान दिया. उन्होंने 211 गेंदो में 56 रनों की पारी खेलकर एक छोर बांधे रखा. गाबा की टूटी हुई पिच पर पुजारा दीवार बनकर खड़े रहे और भारत को मैच में बनाए रखा. पुजारा के कारण ही पंत तेजी से रन बनाते रहे और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई.
CHAMPIONS #TeamIndia pic.twitter.com/hintWt3MEe
— BCCI (@BCCI) January 19, 2021
आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे. भारत पहली पारी में 336 रन ही बना सकी थी. पहली पारी के आधार पर आस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 33 रनों की बढ़त लेकर उतरी थी. दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज ने पांच और शार्दूल ठाकुर ने चार विकेट ले आस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में 294 रनों पर सीमित कर दिया था. भारत को हालांकि 328 रनों की मुश्किल चुनौती मिली थी, जिसे उसने अपने जुझारूपन और हार न मानने की जिद से हासिल कर लिया.
चार टेस्ट मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया (India-Australia Test Series) को धूल चटाने वाली टीम इंडिया ने पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम (Wasim Akram) को भी अपना मुरीद बना लिया है. वसीम अकरम ने ट्विटर पर मंगलवार को ट्वीट करते हुए टीम इंडिया की जबरदस्त तारीफ की. अकरम ने लिखा, “भारत ने ब्रिस्बेन टेस्ट और श्रृंखला में असाधारण जीत हासिल की है. मैंने पहले कभी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐसी आक्रामक, साहसी और प्रचंड एशियाई टीम नहीं देखी. कोई भी परेशानी उन्हें नहीं रोक सकती. प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद उन्होंने जीत हासिल की और 36 रनों पर ऑलआउट होने के बाद शानदार तरीके से वापसी की. दूसरों को प्रेरणा, शाबाश इंडिया.”
India win the fourth and final test match of the series against Australia, at The Gabba in Brisbane and retain Border–Gavaskar Trophy. #AUSvIND pic.twitter.com/xCdmSI4sEX
— ANI (@ANI) January 19, 2021
बता दें कि भारत ने ब्रिस्बेन टेस्ट में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया और ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से मात दी. भारत की ओर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने निर्णायक पारी खेली और शुभमन गिल (Shubhaman Gill), चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की मेहनत को साकार किया. पंत ने 89 रनों की पारी खेली, वहीं गिल ने 91 रन बनाए तो पुजारा ने 56 रनों की मैराथन पारी खेली. भारत ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से मिले 328 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते हुए रिकॉर्ड कायम कर दिया है.
मैच के 7 हीरो

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ब्रिस्बेन में खेले गए निर्णायक टेस्ट मैच में ऋषभ पंत की नाबाद 89 रनों की पारी के दम पर टीम इंडिया ने गाबा के मैदान पर तिरंगा लहरा दिया. भारतीय क्रिकेट टीम ने ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से धूल चटाते हुए टेस्ट सीरीज 2-1 से जीत ली है. भारत ने लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में टेस्ट सीरीज में पटखनी दी है. ब्रिस्बेन में 33 साल से ऑस्ट्रेलिया नहीं हारा था, लेकिन टीम इंडिया ने इसको भी मुमकिन कर दिखाया और गाबा के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत का अंत कर दिया.

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भारतीय टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी लगातार तीसरी बार अपने नाम कर जीत की हैट्रिक लगाई है. इससे पहले भारत ने पिछली दोनों सीरीज जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया था. 2018/19 में पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत ने 2-1 से और इससे पहले 2016/17 में भारत ने अपने घर में ऑस्ट्रेलिया को इतने ही अंतर से मात दी थी. विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया ने मुश्किल काम को भी कर दिखाया और ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में मात दे दी. इस मैच में टीम इंडिया की जीत के 7 हीरो रहे. आइए एक नजर डालते हैं उन 7 धुरंधरों पर-

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1. ऋषभ पंत- ब्रिस्बेन टेस्ट की दूसरी पारी में नंबर 5 पर बल्लेबाजी के लिए उतरे ऋषभ पंत ने शुभमन गिल जैसे ही तेवर दिखाए और आक्रामक अंदाज में बैटिंग की, जिससे भारत इस मैच को जीतने में सफल रहा. ऋषभ पंत ने नाबाद 89 रनों की शानदार पारी खेली और अपने दम पर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई.

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2. शार्दुल ठाकुर- ब्रिस्बेन टेस्ट में शार्दुल ठाकुर असली हीरो बनकर उभरे हैं. इस मैच में शार्दुल ठाकुर ने कुल 7 विकेट झटके और बल्ले के साथ 67 रन भी बनाए. इसके अलावा शार्दुल ने दो बेहतरीन कैच भी लपके. पहली पारी में बल्ले के साथ शार्दुल ने तब मोर्चा संभाला जब 186 के स्कोर पर भारत के 6 विकेट गिरे चुके थे. उस समय ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से भारत 183 रन पीछे था. शार्दुल अगर 67 रन नहीं बनाते तो ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त मिल जाती और भारत को हार का सामना करना पड़ता.

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3. वॉशिंगटन सुंदर- ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर ने अपने डेब्यू मैच में वो कमाल कर दिखाया जो बहुत कम देखने को मिलता है. टीम को जब रनों की सबसे ज्यादा जरूरत थी तो उन्होंने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी तकनीक का नमूना पेश किया. इस मैच में सुंदर ने 62 रन बनाए और कुल 4 विकेट झटके, जिसमें स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे दिग्गजों के विकेट शामिल थे. वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 123 रनों की पार्टनरशिप की और भारत को पहली पारी में नहीं पिछड़ने दिया. सुंदर ने दूसरी पारी में भी उपयोगी 22 रन बनाए.

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4. शुभमन गिल- युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया. शुभमन गिल ने बतौर ओपनर ब्रिस्बेन टेस्ट की चौथी पारी में जो टेस्ट क्रिकेट में सबसे मुश्किल होती है, उस हालात में बेहतरीन 91 रन ठोक दिए. शुभमन गिल की पारी में 8 चौके और 2 छक्के शामिल थे. गिल ने पुजारा के साथ मिलकर 114 रनों की पार्टनरशिप की. शुभमन गिल ने यह पारी खेलकर बताया कि वह आने वाले समय में भारत के सुपर स्टार खिलाड़ी बन सकते हैं. शुभमन गिल ने कंगारुओं के खिलाफ उनके ही घर में अपना लोहा मनवाया है.

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5. चेतेश्वर पुजारा- टीम इंडिया की दीवार चेतेश्वर पुजारा ने सिडनी टेस्ट की तर्ज पर ब्रिस्बेन में कमाल की पारी खेली. चेतेश्वर पुजारा ने एक छोर संभाले रखा और विकेट नहीं गिरने दिए. इसका फायदा शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने उठाया और खुलकर बैटिंग की. पुजारा ने 56 रनों की शानदार पारी खेली और भारत की जीत में उनका बड़ा योगदान रहा.

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6. मोहम्मद सिराज- भारत के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने ब्रिस्बेन टेस्ट की दूसरी पारी में पहली बार पारी में 5 विकेट लिये. ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में सिराज ने 73 रन देकर 5 विकेट चटकाए. इसके साथ ही वह गाबा के मैदान पर एक पारी में 5 या इससे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए. इस तरह सिराज ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया. मोहम्मद सिराज के पास कमाल की तेजी है और उन्होंने विकेट के सामने अपनी सीधी गेंदों से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की नाक में दम किया है.

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7. टी नटराजन- भारत के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन के लिए यह ऑस्ट्रेलियाई दौरा लकी साबित हुआ. वनडे और टी-20 में डेब्यू के बाद उन्हें टेस्ट भी मौका मिला. ब्रिस्बेन टेस्ट में डेब्यू करते हुए नटराजन ने पहली पारी में 3 विकेट झटके और अपनी घातक गेंदबाजी से सभी का दिल जीता. नटराजन के पास सटीक यॉर्कर और दमदार बाउंसर्स हैं, जिससे उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की नाक में दम कर दिया. इस मैच में नटराजन की गेंदबाजी भी भारत के लिए अहम साबित हुई.