PM मोदी ने 30 मिनट तक की ‘मन की बात’, किसानों का नहीं किया कोई जिक्र

नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann ki baat) के वर्ष 2020 के अंतिम प्रसारण के जरिये देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने गुरु तेगबहादुर जी को नमन किया. साथ ही देश में आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ाने की अपील की. उन्होंने कहा कि 4 दिन बाद 2021 आ जाएगा. हम कामना करते हैं कि देश 2021 में आगे बढ़े. पीएम मोदी ने कहा कि मैंने देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा है. चुनौतियां खूब आई, संकट भी अनेक आए. कोरोना के कारण दुनिया में स्पलाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले कई मौकों पर किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर बयान दे चुके हैं. उन्होंने विपक्ष पर कृषि कानूनों को लेकर किसानों के बीच भ्रम फैलाने का आरोप लगाया. कयास लगाए जा रहे थे कि पीएम मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में किसानों के मुद्दे पर बात रख सकते हैं.
वहीं दूसरी ओर, केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदर्शन कर रहे हैं. सिंघु बॉर्डर पर डेट किसानों ने पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम के दौरान थाली बजाकर विरोध किया. फरीदकोट में थालियां बजाकर रोष जाहिर किया गया.
आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली विधानसभा के चीफ व्हिप दिलीप पाण्डेय ने पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “किसी ने आज मन की बात सुनी क्या? किसान भाइयों ने बहिष्कार किया था, इसलिए उनके समर्थन में हमने भी नहीं सुना. किसी ने बेमन से ही सही, मन की बात सुनी हो तो बताना, किसानों के लिए क्या कहा? लाखों किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हों, तो मुद्दा किसान ही हैं. अन्य बातें बकवास.”